
राजस्थान के मेवाड़ का गुहिल राजवंश: वीरता, संस्कृति और स्वाभिमान की अनूठी विरासत
मेवाड़ की धरती, जहाँ रेत के टीलों से लेकर अरावली की पहाड़ियों तक हर कण में इतिहास बसा है, वहाँ गुहिल राजवंश की गाथा एक ऐसी अमर दास्तान है जो भारतीय गौरव को नई ऊँचाइयाँ देती है। अगर आपको राजपूताना की शान, शूरवीरों का जज्बा, और संस्कृति की महक से प्यार है, तो यह लेख आपके लिए ही है!
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गुहिल वंश: शुरुआत और संस्थापक
6वीं शताब्दी में महाराजा गुहिल ने इस वंश की नींव रखी। कहते हैं, उन्होंने मेवाड़ के जंगलों में अपनी तलवार से नहीं, बल्कि जनता के विश्वास से राज्य बसाया। यह वंश आगे चलकर सिसोदिया के नाम से मशहूर हुआ, और चित्तौड़गढ़ से लेकर उदयपुर तक इसकी छाप आज भी देखी जा सकती है।
वीरता की मिसाल: राणाओं का काल
गुहिल वंश के शासक “राणा” कहलाए, और इन्होंने मेवाड़ को कभी झुकने नहीं दिया।
जैसे: –
महाराणा कुम्भा: इन्हें “राजस्थान का भीम” कहा जाता था। इन्होंने कुम्भलगढ़ का किला बनवाया, जो आज भी एशिया की सबसे लंबी दीवारों वाले किले के रूप में प्रसिद्ध है। –
महाराणा प्रताप: हल्दीघाटी के युद्ध में अकबर की विशाल सेना के सामने खड़े होकर इन्होंने साबित किया कि “हार नहीं मानना” ही मेवाड़ की पहचान है।
कला और संस्कृति का स्वर्णिम युग
गुहिल राजाओं ने सिर्फ युद्ध ही नहीं, बल्कि कला को भी संरक्षण दिया: – चित्तौड़गढ़ किले में मीराबाई का मंदिर और कीर्ति स्तंभ इसका प्रमाण हैं।
– उदयपुर की झीलें और महल दुनिया भर में “वेनिस ऑफ़ द ईस्ट” के नाम से मशहूर हुए।
मेवाड़ की आन-बान-शान: कुछ रोचक तथ्य
– गुहिल वंश ने 1300 साल तकशासन किया, जो भारतीय इतिहास में एक रिकॉर्ड है।
– मेवाड़ के राजचिन्ह में सूरज और तलवार शामिल हैं, जो शक्ति और न्याय का प्रतीक है। – “एकलिंगजी” को मेवाड़ के शासकों ने अपना आराध्य देव माना, और आज भी यहाँ के राजपरिवार की पूजा का केंद्र है।
Rajasthan GK history Quiz -2 | मेवाड़ के गुहील राजवंश | Top 20 MCQ Questions
Rajasthan GK history Quiz -2 | मेवाड़ के गुहील राजवंश | Top 20 MCQ Question
Results
#1. 1. निम्नलिखित में से मेवाड़ के गुहिलों को सूर्यवंशी माना गया है?
#2. 2. मेवाड़ के गुहिल राजवंश का वास्तविक संस्थापक किसे माना जाता है?
#3. 3. ‘आलू रावल’ मेवाड़ के किस शासक की उपाधि थी?
#4. 4. राजकुमार चूण्डा को ‘मेवाड़ का भीष्म पितामह’ कहा जाता है। यह किसका पुत्र था?
#5. 5. मेवाड़ के गुहिल वंश की रावल शाखा का अंतिम शासक कौन था?
#6. 6. हम्मीरसिह ने किसको पराजित कर चितौड़ पर अधिकार किया ?
#7. 7. मेवाड़ – बूंदी संघर्ष किसके शासनकाल में आरम्भ हुआ?
#8. 8. महाराणा मोकल 12 वर्ष की आयु में मेवाड़ का शासक बनता है। मोकल का संरक्षक किसे नियुक्त किया जाता है?
#9. 9. किस इतिहासकार ने रावल जैत्रसिह के शासनकाल को ‘मध्यकालीन मेवाड़ का स्वर्णकाल’ कहा है?
#10. 10. बप्पा रावल ने एकलिंगनाथ का मंदिर बनवाया था। इस मंदिर के परकोटे का निर्माण किसने करवाया था?
#11. 11. विद्वानों/ साहित्यकारों का आश्रय दाता होने के कारण राणा कुम्भा को किस उपाधि से विभूषित गया?
#12. 12. ‘संगीतराज’ ग्रंथ के पाँच भाग हैं जिन्हें रत्नकोष कहा जाता है। इस ग्रंथ की रचना किसने की ?
#13. 13. चित्तौड़गढ़ के प्रथम साका में किसके नेतृत्व में जौहर किया गया?
#14. 14. खानवा के युद्ध में राणा सांगा के पक्ष में युद्ध लड़ने वाले राजाओं के संबंध मेंअसुमेलित को छाँटिए– राज्य – शासक
#15. 15. राणा सांगा का राज्याभिषेक कब हुआ था?
#16. 16. किस इतिहासकार ने राणा सांगा को ‘हिन्दूपत शासक’ कहा है?
#17. 17. अकबर के चित्तौड़ आक्रमण के समय महाराणा उदयसिह ने किसको किले का भार सौंपकर स्वयं पहाडियों में चले गए?
#18. 18. किस इतिहासकार के अनुसार हल्दीघाटी का युद्ध 21 जून, 1576 को हुआ था?
#19. 19. दिवेर के युद्ध में मेवाड़ की सेना का सेनापतत कौन था?
#20. 20. विश्व की सबसे बड़ी प्रशस्ति का निर्माण किस शासक ने करावाया ?
#21. 21. ‘मंदिरों वाला महाराणा’ किस मेवाड़ शासक को कहा जाता है?
#22. 22. चित्तौड़ का तृतीय साका कब हुआ था?
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आखिरी शब्द: Rajasthan GK history Quiz -2 | मेवाड़ के गुहील राजवंश | Top 20 MCQ Questions
क्यों यह इतिहास आपको जानना चाहिए? गुहिल राजवंश सिर्फ राजाओं की कहानी नहीं, बल्कि हर उस इंसान की प्रेरणा है जो मुश्किलों में भी हार नहीं मानता। चाहे महाराणा प्रताप का संघर्ष हो या कुम्भा की कलात्मक दृष्टि, यह विरासत हमें सिखाती है कि “जीत हमेशा ताकत की नहीं, हौसले की होती है”।